Lucknow News Live :- लखनऊ में जय प्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (JPNIC) बिकने की खबर पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) की सफाई आई है। पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी की सरकार में बने इस सेंटर को पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव का ड्रीम प्रॉजेक्ट माना जाता है। जेपीएनआईसी के बिकने की खबर मीडिया में प्रकाशित होने के बाद एलडीए बैकफुट पर आ गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र बिकेगा। एलडीए ने इसे बेचने का प्रस्ताव शासन को भेजा था। इसकी कीमत 1642.83 करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी। जेपी सेंटर का निर्माण अखिलेश यादव के शासनकाल में 2012-17 के बीच हुआ था। तत्कालीन सरकार ने इसके निर्माण के लिए 864.99 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। अभी तक कुल 881.36 करोड रुपए खर्च हो चुके इसमें 27 करोड़ रुपये के सिविल तथा 42.07 करोड रुपए इलेक्ट्रिक कामों की देनदारी भी है। काम पूरा करने के लिए अभी 130.60 करोड़ रुपये की जरूरत है।
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शासन ने पूर्व निर्धारित बजट में ही काम पूरा करने को कहा था। एलडीए ने इसे असंभव बताया। पिछले महीने शासन के आला अफसरों ने प्रॉजेक्ट के काम का निरीक्षण किया था। अफसरों ने इसे बेचने के सुझाव दिए थे। इससे पहले भी एक बार बेचने की बात उठी थी। लेकिन तब कुछ नहीं हुआ। संचालन न होने से मशीनें और उपकरण खराब हो रहे हैं। यह खबर मीडिया में आने के बाद एलडीए बैकफुट पर आ गया और समाचार पत्रों में छपी खबर का खंडन किया है। एलडीए ने इसे बेचे जाने की संभावना को खारिज किया है।
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