लखनऊ में बेटे महेंद्र ने अंतिम संस्कार से पहले शव का चेहरा देखा तो वह किसी और का निकला, बता दें सरोजनी नगर के टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों की मौत के बाद शव बदलने का मामला सामने आया है। अस्पताल ने परिजनों को बुजुर्ग की जगह युवक का शव थमा दिया।
फिर भी प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग लापरवाह बने रहे। अस्पताल के सीएमएस ने तीन घंटे बाद स्वीकारा कि लापरवाही शव की पैकिंग के दौरान हुई है। अब पैकिंग से पहले शव की फोटो ले ली जाएगी। प्रेमवती नगर निवासी यतींद्र कुमार तिवारी रेलवे से सेवानिवृत्त हैं। उनके परिजनों ने बताया कि एक अगस्त से उन्हें बुखार आ रहा था।
जिसके बाद 7 अगस्त को निजी पैथोलॉजी से जांच कराई, लेकिन किसी वजह से सैंपल खराब हो गया। नौ को फिर जांच कराई गयी और दस को रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 11 तारीख को सुबह छह बजे कंट्रोल रूम से फोन करके टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल भेजने की बात कही गई। दोपहर में एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल में भर्ती कर लिया गया। 14 अगस्त को अस्पताल द्वारा हालत गंभीर होने की सूचना दी गई।
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कर्मचारी की लापरवाही से हुई घटना
महेंद्र ने आरोप लगाया कि पिता को वेंटिलेटर पर बताकर अस्पताल द्वारा 24 हजार के छह इंजेक्शन मंगाए गए। 15 अगस्त को करीब चार बजे पूछने पर हालात गंभीर बतायी गयी और 5:30 बजे मृत घोषित कर दिया गया। शव के लिए 16 अगस्त सुबह नौ बजे बुलाया गया। इस दौरान उन्हें एक पीपीई किट देते हुए दोपहर में शव सौंपा गया, लेकिन चेहरा नहीं देखने से मना कर दिया गया।
महेंद्र का आरोप है कि शाम करीब सात बजेे भैंसाकुंड घाट पर काफी मिन्नतें करने के बाद कर्मचारी शव दिखाने को राजी हुए। पता चला कि शव उसके पिता का नहीं है। इस पर तत्काल अस्पताल और प्रशासन को सूचना दी गई। इस दौरान पहले से मिले शव और वाहन को रोके रखा गया। रात करीब 10 बजे टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ. एसपी राय ने बताया कि शव मिल गया है। परिजनों को सौंपा जा रहा है। पहले दिया गया शव गोंडा निवासी का है। वह भी वेंटिलेटर पर था।
टीएस मिश्रा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के सीएमएस डॉ. एसपी राय ने बताया कि दोनों मरीज गंभीर थे। दोनों का शव डबल डेकर डीप फ्रीजर में रखा गया था। पैकिंग के दौरान कर्मचारी की लापरवाही से शव बदल गया। अब नई व्यवस्था बनाई गई है। इसके तहत दम तोड़ने वाले मरीजों की फोटोग्राफी की जाएगी। फिर शव लेने आने वालों से आधार कार्ड लिया जाएगा। फोटो से शिनाख्त के बाद ही शव सौंपा जाएगा। पूरे मामले की जानकारी एसडीएम सहित अन्य अधिकारियों को दे दी गई है।
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