अमीनाबाद पटरी बाजार को लेकर बड़े दुकानदारों और पटरी दुकानदारों के बीच विवाद बढ़ गया है। शुक्रवार को दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। तीन थानों की पुलिस के मौके पर पहुंचने से टकराव तो नहीं हुआ, मगर विवाद अभी थमा नहीं है।
पटरी बाजार को अमीनाबाद से पूरी तरह बाहर किए जाने को लेकर शनिवार को बड़े दुकानदारों के संगठन लखनऊ व्यापार मंडल ने हड़ताल की घोषणा की है।
वहीं, पटरी दुकानदारों का कहना है कि अमीनाबाद का पटरी बाजार विरासत बाजार है। ऐसे में कानून के तहत उनको हटाया नहीं जा सकता और नियमों के तहत दुकान लगाने के अनुमति दी जाए।
लॉकडाउन के बाद छह महीने से बंद चल रहे अमीनाबाद के पटरी बाजार के खुलने के आसार दिखाई नहीं दे रहे। बड़े दुकानदारों ने साफ कर दिया है कि वह अपनी दुकान के सामने पटरी दुकानदार की दुकान नहीं लगने देंगे।
वहीं, पटरी दुकानदार पूर्व की तरह दुकान लगाने की बात कर रहे हैं। इसे लेकर शुक्रवार को टकराव की नौबत बन गई। दोनों ओर से नारेबाजी और गाली-गलौज हुई। पुलिस ने लाठी फटकार कर दोनो पक्षों को अलग किया।
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इससे पहले अमीनाबाद के बड़े व्यापारियों ने दुकान के सामने ही पटरी दुकानदार केेेे लिए नंबरिंग किए जाने के विरोध में मार्च निकाला। लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि शाम पांच बजे व्यापार मंडल की बैठक अध्यक्ष की मौजूदगी में हुई।
व्यापारियों ने अध्यक्ष को बताया कि पटरी दुकानदारों को नगर निगम द्वारा दुकान के आगे दुकानें अलॉट की जा रही हैं, जिसकी नंबरिंग कर दी गई है।
लखनऊ व्यापार मंडल के संसदीय महामंत्री विनोद अग्रवाल ने कहा कि केवल इतनी ही आपत्ति है कि अमीनाबाद में दुकान के आगे किसी को दुकान न दी जाए।
शहर में खाली पड़ी जगहों पर पटरी दुकानदारों को लगाया जाए। यहां पर दुकान देने से हमारा कारोबार खत्म हो जाएगा। अमीनाबाद के सभी व्यापारियों ने निर्णय लिया कि शनिवार को पूरा बाजार बंद रहेगा। यदि शासन ने उचित कदम नहीं उठाया तो व्यापारी अगली बैठक कर कठोर निर्णय लेंगे।
बैठक में व्यापारी विनोद अग्रवाल, सुशील गुरनानी, जितेंद्र सिंह चौहान, अभिषेक खरे हनुमान मंदिर लेन से रविंद्र गुप्ता, प्रताप मार्केट से केदार बाजपेई, अमीनाबाद रोड से संजय कपूर, बुक मार्केट से अशोक खन्ना, मुमताज मार्केट, गड़बड़झाला मार्केट से प्रियंक गुप्ता, पुरुषार्थी मार्केट से अजय रस्तोगी, महेश केसरवानी के साथ अमीनाबाद समिति के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
200 साल पुराना बाजार, कैसे हटा सकते हैं
अमीनाबाद पटरी दुकानदारों के नेता गोकुल प्रसाद का कहना है कि फेरी नीति कानून के तहत उनको अमीनाबाद बाजार से नहीं हटाया जा सकता है। कानून में साफ लिखा है कि 50 साल से जो पुराने बाजार हैं, वह विरासत पर जा रहे हैं। वहां से पटरी दुकानदार को हटाया नहीं जा सकता है। गोकुल कहते हैं कि अमीनाबाद बाजार करीब 200 साल पुराना है, ऐसे में उनको कैसे हटाया जा सकता है। उनका किसी से विरोध नहीं है। उनकी दुकानें तो अभी वैसे ही नहीं लग रही हैं। टाउन वेंडिंग कमेटी के निर्णय के तहत उनको बसाया जाए। इसको लेकर उनकी नगर आयुक्त, डीएम व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से बात हो रही है। सबने बाजार खुलने का आश्वासन दिया, लेकिन छह महीने बाद भी बाजार नहीं खुल पाया है। गोकुल ने कहा कि कुछ ऐसे लोगों ने बड़े दुकानदारों के साथ मिलकर पटरी दुकानदारों से गाली गलौज की है जो न तो व्यापार मंडल के नेता हैं और न ही उनकी अमीनाबाद बाजार में दुकान है। ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
वहीं लगेंगी दुकानें, जहां पहले से लगती थीं
नगर आयुक्त अजय द्विवेदी ने बताया कि अमीनाबाद बाजार को लेकर हुई बातचीत के बाद दोनों पक्ष सहमत हैं। क्या समस्या है इसको देखा जाएगा, लेकिन यह साफ है कि जहां पर दुकानें पहले से लगती रही हैं, वहीं लगेंगी और जहां पर नहीं लगती थीं, वहां नहीं लगेंगी। यदि किसी ऐसी जगह पर दुकानों की नंबरिंग हो गई है, जहां दुकानें पहले से नहीं लगती थीं और वह किसी दुकान के सामने है तो उसको देखा जाएगा। उसका प्रस्ताव टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक में लाया जाएगा। जो प्रस्ताव पास होगा उसके अनुसार आगे काम किया जाएगा। बाजार खुलने से पहले डीएम और पुलिस के आला अफसरों के साथ भी बैठक की जाएगी। विवाद हल करने के लिए जल्द ही टाउन वेंडिंग कमेटी की बैठक बुलाई जाएगी।
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