किसी भी चीज के साथ एक्सपेरिमेंट करके अपने लिए कपड़े डिजाइन करने वाली उर्फी जावेद आए दिन मुंबई की सड़कों पर अपने अतरंगी कपड़ों में घूमती-फिरती दिखती हैं। उर्फी अपने इन कपड़ों के कारण इंटरनेट पर छाई रहती हैं। लेकिन इन्हीं कपड़ों की वजह से उर्फी को ज्यादातर ट्रोल होना पड़ता है। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक पर लोगों के ताने सुनने के बाद भी उर्फी जावेद हमेशा हंसती-मुस्कुराती रहती हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है इस हंसती-मुस्कुराती लड़की की इस मुस्कान के पीछे कितना दर्द छुपा हुआ है…….नहीं न। उर्फी जावेद आज चाहे कैमरे के सामने कितनी भी बिंदास रहती हों पर उनके जीवन में एक समय ऐसा था, जिसमें उन्होंने काफी दर्द झेला है। यह हमारा नहीं बल्कि खुद उर्फी जावेद का कहना है….तो चलिए आपको बताते हैं कि उर्फी ने खुद की बीती जिंदगी के बारे में क्या-क्या खुलासे किए हैं।
जब पिता ने उर्फी को किया दो साल तक टॉर्चर
बीते दिनों दिए एक साक्षात्कार में उर्फी जावेद ने अपने बीते जीवन की कुछ हैरान कर देने वाले राज का खुलासा किया। एक पिता और बेटी का रिश्ता जहां इस दुनिया में सबसे अनमोल माना जाता है। वहीं उर्फी ने अपने पिता के ऐसे खौफनाक चेहरे का उल्लेख किया है, जिसे सुन किसी के भी बदन में सिहरन दौड़ उठेगी। दरअसल, उर्फी जावेद ने इस इंटरव्यू में अपने पिता से जुड़ी कई बातों के बारे में बताया है। उर्फी ने बताया था कि उनके पिता ने उन्हें दो सालों तक लगातार मानसिक और शारीरिक तौर पर खूब प्रताड़ित किया था। उर्फी ने बताया था कि जब वो 11वीं कक्षा में थीं, तब उनकी एक फोटो किसी ने एडल्ट साइट पर डाल दी थी, जिसके बाद उन्हें खुद के घरवालों ने भी सपोर्ट नहीं किया।
जब घरवालों ने ही बुलाया पोर्न स्टार…
उर्फी जावेद ने अपने पिता के द्वारा किए गए इस टॉर्चर के दिनों को याद करते हुए कहा कि, ‘जब मेरे साथ यह हुआ तब मेरे लिए बहुत ही कठिन समय था, क्योंकि मुझे मेरे परिवार का कोई सपोर्ट नहीं था। पूरी दुनिया की तरह ही, उन्होंने भी मुझे ही ब्लेम किया था। यहां तक की उन लोगों ने मुझे पोर्न स्टार तक कह दिया था। मेरे पिता ने मुझे दो साल तक फिजिकली और मेंटली टॉर्चर किया। मुझे मेरा नाम तक याद नहीं था। लोग इतनी गंदी-गंदी गालियां देकर बुलाते थे। मुझे कुछ बोलने की आजादी नहीं थी। मुझे 17 वर्षों तक यही बताया गया था कि लड़कियां बोल नहीं सकतीं. जो मर्द कहेगा वही सही है। मुझे नहीं पता था कि मेरी कोई आवाज भी है।’
तंग आकर उर्फी ने छोड़ा घर..
उर्फी अपने पिता और परिवार वालों के इस तरह के रवैये से इतनी ज्यादा ऊब चुकी थीं कि आखिर में उन्हें अपना घर छोड़ना ही सही लगा। उर्फी बताती हैं, ‘जब मैंने अपना घर छोड़ा तो मुझे अपनी जिंदगी पटरी पर लाने में काफी समय लगा था। लेकिन अब मेरी पर्सनालिटी सामने आई है और अब मैं रुकने वाली नहीं हूं। उर्फी एक ऐसी लड़की है, जो अपने दिमाग की करती है। मैं जो हूं मुंह पर हूं। पीठ पीछे कुछ नहीं बोलती और मुझे इस बात पर गर्व है।’
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