यूपी की राजधानी लखनऊ अपने कबाबों और शबाबों के लिए ही नहीं बल्कि अपने ऐतिहासिक मंदिरों के लिए भी जाना जाता है. इन मंदिरों में विशेष पर्व एवं त्यौहारों पर भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है. अगर हम मंदिरों की बात करें तो शहर की चारों दिशाओं में अनेक मंदिर देखने को मिल जाएंगे. हर मंदिर का अपना महत्व होता है. आज हम आपको लखनऊ शहर के प्रमुख मंदिरों की. जहां से भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है.
चंद्रिका देवी मंदिर:
चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक मंदिर है. यह गोमती नदी के तट पर स्थित है. माना जाता है इस मंदिर की स्थापना लक्ष्मण के पुत्र राजकुमार चंद्रकेतु ने की थी. मंदिर का निर्माण माता पार्वती के सम्मान में किया गया था. यहां पर भगवान शिव की विशाल मूर्ति है. अमावस्या की रात और नव दुर्गा नवरात्रि के वक्त भक्तों का तांता लगा रहता है. उस समय यहां विशाल भडारा और मेले का आयोजन किया जाता है. मंदिर खुलने का समय सुबह 5 बजे से दोपहर 1 बजे तक और दोपहर 2 बजे से रात 11 बजे तक है. चंद्रिका देवी मंदिर लखनऊ में कठवारा, बक्शी का तालाब के पास है. इस जगह आप चारबाग रेलवे स्टेशन से ऑटो, कैब और सिटी बस के जरिए पहुंच सकते हैं.
अलीगंज हनुमान मंदिर:
ज्येष्ठ के महीने के बड़े मंगल में होने वाले उत्सव के लिए अलीगंज का हनुमान मंदिर खासा प्रसिद्ध है. इस मंदिर की स्थापना लखनऊ के तीसरे नवाब शुजा-उद-दौला की पत्नी बेगम जनाब-ए-आलिया ने की थी. मंदिर खुलने का समय सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से रात 9 बजे तक है. यह मंदिर अलीगंज के सेक्टर एल में है. चारबाग रेलवे स्टेशन से मेट्रो से निशातगंज मेट्रो स्टेशन पर उतर कर अलीगंज के लिए ऑटो, ई- रिक्शा कर सकते हैं.
श्री वेंकटेश्वर मंदिर:
यह मंदिर प्रभु वेंकटेश्वर (बालाजी) को समर्पित है, जो कि भगवान विष्णु का अवतार माने जाते हैं. इस मंदिर की कलाकृति एवं नक्काशी दक्षिण भारत की मंदिरों की तरह है. यहां पर आकर आप खुद को दक्षिण भारत के किसी मंदिर में पहुंचा हुआ पाएंगे. मंदिर प्रांगण 27000 वर्ग फिट में फैला हुआ है. मंदिर में देवी पद्मावती और नवग्रह (नौ ग्रह) की मूर्तियां और भगवान हनुमान है. मंदिर खुलने का समय गर्मी में सुबह 6 से 11 और शाम 5 से 8 बजे तक है. जबकि सर्दी में सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक और शाम 4 बजे से शाम 7 बजे तक खुलता है. श्री वेंकटेश्वर मंदिर के लिए आपको बंथरा सिकंदरपुर, लखनऊ आना होगा. जबकि चारबाग रेलवे स्टेशन से ऑटो, कैब या फिर सिटी बस के जरिए पहुंच सकते हैं.
हनुमान सेतु मंदिर:
यह संकट मोचन हनुमान मंदिर के नाम से जाना जाता है. हनुमान सेतु मंदिर लखनऊ विश्वविद्यालय के सामने है. गोमती नदी के तट पर 1960 के दशक में कैंची, उत्तराखंड के नीम करोली बाबा द्वारा स्थापना की गई थी. यहां मंगलवार और शनिवार को दर्शन करने के लिए भारी भीड़ लगती है. मंदिर खुलने का समय सुबह 4 से 11 और शाम 4 से 12 बजे तक है. आप चारबाग रेलवे स्टेशन से टैक्सी, बस और कैब लेकर आसानी से आ सकते हैं.
मनकामेश्वर मंदिर :
लखनऊ का मनकामेश्वर मंदिर करीब 1000 वर्ष पुराना मंदिर है, जो गोमती नदी के तट पर स्थित है. ये मंदिर लखनऊ के सबसे महत्वपूर्ण मंदिर में से एक है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान लक्ष्मण ने उस स्थान पर भगवान शिव से प्रार्थना की थी. इसके बाद एक मंदिर का निर्माण किया गया था. माना जाता है कि यहां भगवान से की गई मनोकामना पूरी होती है, इसलिए इसका नाम मनकामेश्वर पड़ा है. मंदिर खुलने का समय सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दोपहर 3 बजे से 10:30 बजे तक है. सोमवार के अलावा अन्य दिनों में मंदिर रोजना दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक सभी श्रद्धालुओं के लिए बंद रहता है. साथ ही रात्रि 10:30 बजे कपाट (द्धार) बंद होते है. आप चारबाग रेलवे स्टेशन से टैक्सी, बस या फिर कैब लेकर आसानी से डालीगंज आ सकते हैं.
अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट अपना लखनऊ के साथ।
खबरों को फेसबुक पर पाने के लिए लाइक करें
0 Comments